गले तक भ्रष्टाचार में डूबी बीजेपी सरकार:मनोज दीक्षित
Avdhesh Yadav✍️
आगरा,16 June 2020
जिला कांग्रेस कमेटी आगरा की जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने अजय कुमार लल्लू की रिहाई पर न्यायपालिका को धन्यवाद कहा सत्य की हमेशा जीत होती है लल्लू गरीबों के मसीहा हैं रहेंगे उनको सेवा कार्य से कोई रोक नहीं सकता है।
जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने कहां की शिक्षक भर्ती घोटाला सदी का सबसे बड़ा घोटाला है योगी सरकार ने 69000 शिक्षकों की भर्ती की जांच कर रहे प्रयागराज की एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज और आईपीएस अनिल यादव को हटाए जाने पर ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है,
लेकिन गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। शिक्षक एक व्यक्ति कई जगह नियुक्तियां लेकर इस सरकार में तनख्वाह पा रहा है जो यूपी के युवाओं के लिए उनके भविष्य के साथ रोजगार विहीन करके धोखा किया जा रहा है।
मनोज दीक्षित ने कहा कि इन नियुक्तियों में एससी एसटी ओबीसी की अनदेखी होना उनके अधिकारों से वंचित रखना इनकी गलत मानसिकता को दर्शाता है। 69000 शिक्षकों की भर्ती की जांच कर रहे एसएसपी तथा आईपीएस को हटाया जाना इस बात का प्रमाण है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार की नीयत ठीक नहीं है। इस सरकार में शामिल कई बड़े चेहरे इस घोटाले के खिलाड़ी हैं। योगी आदित्यनाथ को डर था कि कहीं उन नेताओं का नाम सामने ना आ जाए इसीलिए जांच कर रहे ईमानदार अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचारियों के गिरोह से संचालित हो रही है। इस प्रकरण की जांच स्वतंत्र उच्च स्तर पर होनी चाहिए।जिससे यूपी के युवाओ के साथ न्याय हो सके।
Avdhesh Yadav✍️
आगरा,16 June 2020
जिला कांग्रेस कमेटी आगरा की जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने अजय कुमार लल्लू की रिहाई पर न्यायपालिका को धन्यवाद कहा सत्य की हमेशा जीत होती है लल्लू गरीबों के मसीहा हैं रहेंगे उनको सेवा कार्य से कोई रोक नहीं सकता है।
जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने कहां की शिक्षक भर्ती घोटाला सदी का सबसे बड़ा घोटाला है योगी सरकार ने 69000 शिक्षकों की भर्ती की जांच कर रहे प्रयागराज की एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज और आईपीएस अनिल यादव को हटाए जाने पर ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है,
मनोज दीक्षित ने कहा कि इन नियुक्तियों में एससी एसटी ओबीसी की अनदेखी होना उनके अधिकारों से वंचित रखना इनकी गलत मानसिकता को दर्शाता है। 69000 शिक्षकों की भर्ती की जांच कर रहे एसएसपी तथा आईपीएस को हटाया जाना इस बात का प्रमाण है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार की नीयत ठीक नहीं है। इस सरकार में शामिल कई बड़े चेहरे इस घोटाले के खिलाड़ी हैं। योगी आदित्यनाथ को डर था कि कहीं उन नेताओं का नाम सामने ना आ जाए इसीलिए जांच कर रहे ईमानदार अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचारियों के गिरोह से संचालित हो रही है। इस प्रकरण की जांच स्वतंत्र उच्च स्तर पर होनी चाहिए।जिससे यूपी के युवाओ के साथ न्याय हो सके।