जनपद पुलिस की हां में हां मिलाओ नहीँ तो फंसोगे फर्जी मुकदमे में
सुल्तानपुर में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ खतरे में
संजय सिंह
सुलतानपुर,16 June 2020
जनपद की पुलिस झूठ के सहारे ववाही लूटने के फिराक में हमेशा रहती है । कई बार शोसल मीडिया पर पुलिस के झूठ से पर्दा भी उठा लेकिन पुलिस अपने आदतों से बाज नही आती । पूरा गाँव गोलियों की तड़तड़ाहट से गूँज उठा और पी डब्ल्यू डी में माफिया गुट वर्चस्व जमाने के लिए आमने सामने हो गये लेकिन पॉलिसी मीडिया कॉप्स पर सभी घटनाओं से पल्ला झाड़ लिया । झूठ का पर्दाफाश करने पर पुलिस विरोधियों से मिलकर पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा लिख प्रताड़ित करने में कोई कोर कसर नही झोड़ रही है ।
पत्रकार को सचाई छापना उस समय महँगा पड़ गया जब वह लाखो की जमीन पर हो रहे अबैध कब्जे को कब्रेज करने पहुँचा । पुलिस और राजस्व के अधिकारियों ने दबंगो से मिलकर पहले पत्रकार को पिटवाया फिर फर्जी मुकदमा दर्ज कर अपनी गुलामी करने के लिये मजबूर करने का प्रयास किया ।
धम्मौर थाना क्षेत्र के बनकेपुर गाँव मे दबंगो ने मामूली से विबाद में कई राउण्ड फायर दहसत फैलाने का प्रयास किया। टेण्डर को लेकर जिले के दो बड़े माफिया पी डब्ल्यू डी में आमने सामने हो गये । जिसके बाद सुरक्षा की मांग कर अधिशासी अभियंता छुट्टी पर चले गए ।सभी खबरों को पुलिस ने मीडिया कॉप्स पर झूठा और मनगढंत बताया । लेकिन पत्रकार ने सभी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया । जिसके बाद से खिन्न खाई पुलिस ने पत्रकार के ऊपर दबाव बनाने के लिये पत्रकार को शाम दाम दण्ड लगा कर बेज्जत करने में कोई कोरकसर नही छोड़ा । अगर पत्रकारों का उत्पीड़न इसी तरीके से होता रहा तो पुलिस के जोर जुल्म से पर्दा कैसे उठेगा ?
सुल्तानपुर में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ खतरे में
संजय सिंह
सुलतानपुर,16 June 2020
जनपद की पुलिस झूठ के सहारे ववाही लूटने के फिराक में हमेशा रहती है । कई बार शोसल मीडिया पर पुलिस के झूठ से पर्दा भी उठा लेकिन पुलिस अपने आदतों से बाज नही आती । पूरा गाँव गोलियों की तड़तड़ाहट से गूँज उठा और पी डब्ल्यू डी में माफिया गुट वर्चस्व जमाने के लिए आमने सामने हो गये लेकिन पॉलिसी मीडिया कॉप्स पर सभी घटनाओं से पल्ला झाड़ लिया । झूठ का पर्दाफाश करने पर पुलिस विरोधियों से मिलकर पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा लिख प्रताड़ित करने में कोई कोर कसर नही झोड़ रही है ।
पत्रकार को सचाई छापना उस समय महँगा पड़ गया जब वह लाखो की जमीन पर हो रहे अबैध कब्जे को कब्रेज करने पहुँचा । पुलिस और राजस्व के अधिकारियों ने दबंगो से मिलकर पहले पत्रकार को पिटवाया फिर फर्जी मुकदमा दर्ज कर अपनी गुलामी करने के लिये मजबूर करने का प्रयास किया ।
धम्मौर थाना क्षेत्र के बनकेपुर गाँव मे दबंगो ने मामूली से विबाद में कई राउण्ड फायर दहसत फैलाने का प्रयास किया। टेण्डर को लेकर जिले के दो बड़े माफिया पी डब्ल्यू डी में आमने सामने हो गये । जिसके बाद सुरक्षा की मांग कर अधिशासी अभियंता छुट्टी पर चले गए ।सभी खबरों को पुलिस ने मीडिया कॉप्स पर झूठा और मनगढंत बताया । लेकिन पत्रकार ने सभी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया । जिसके बाद से खिन्न खाई पुलिस ने पत्रकार के ऊपर दबाव बनाने के लिये पत्रकार को शाम दाम दण्ड लगा कर बेज्जत करने में कोई कोरकसर नही छोड़ा । अगर पत्रकारों का उत्पीड़न इसी तरीके से होता रहा तो पुलिस के जोर जुल्म से पर्दा कैसे उठेगा ?