फोटो ग्राफर पर बड़ा आर्थिक तंगी का बोझ
कल्याणपूरा फ़ोटोग्राफर संघ ने थाना प्रभारी को दिया ज्ञापन
ब्यूरोचीफ रहीम शेरानी
झाबुआ,27 May 2020
झाबुआ जिले के कल्याणपूरा
पूरे देश मे कोराना के चलते हर वर्ग व्यापार की आर्थिक स्थिति से झुज रहा है !
सभी के काम धंधे चौपट है जिस कारन सभी व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान हुआ है इसी तरह साल भर में एक बार शादियों के सीजन पर निर्भर रहने वाले फ़ोटो ग्राफर को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है
जिसको लेकर सरकार से उनकी सुध लिए जाने हेतु कल्याणपूरा फ़ोटो ग्राफर संघ ने थाना प्रभारी के एल डांगी को ज्ञापन सौंपा जिसमे उनकी मांग आला अधिकारीकरियो तक पहुचाने व उनका हल करने की मांग एसोसिएशन ने की इस दौरान फोटोग्राफर तिलक मलवीय कांतिलाल जैन संजय चौहान उपस्थित थे
आवेदन में बताई अपनी पीड़ा
जहां शादियों में 5 0 लोगों की अनुमति मिली है वहां पर 48 के साथ 2 फोटो ग्राफर क्यों नहीं 1 फोटो ग्राफर को काम मिलने से 5 लोगों का घर चलता है जैसे कि ऑपरेटर एक्सपोजर डिजाइनर वीडियो एडिटर एल्बम प्रिंटिंग और भी अन्य लोग फोटोग्राफर को काम मिलने पर वह अपने परिवार के कम से कम 5,7 लोगों का भरण-पोषण कर सकता है साथ ही जैसे कि 80 प्रतिशत फोटोग्राफर बैंक से लोन बजाज फाइनेंस से खरीदें गए स्टैंड कैमरे वीडियो कैमरे कंप्यूटर जैसे यंत्र लिए गए हैं उनकी समय-समय पर किस्त भुगतान भी जरूरी है समय के साथ काम न मिलने पर वह किस्त की भरपाई भी नहीं कर पायेगा और डिफाल्टर घोषित होने की संभावना होगी मेरा सरकार से अनुरोध है कि फोटोग्राफर तो वैसे भी सोशल डिस्टेंन्स को ध्यान में रखते हुए काम को करते आया है !
कल्याणपूरा फ़ोटोग्राफर संघ ने थाना प्रभारी को दिया ज्ञापन
ब्यूरोचीफ रहीम शेरानी
झाबुआ,27 May 2020
झाबुआ जिले के कल्याणपूरा
पूरे देश मे कोराना के चलते हर वर्ग व्यापार की आर्थिक स्थिति से झुज रहा है !
सभी के काम धंधे चौपट है जिस कारन सभी व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान हुआ है इसी तरह साल भर में एक बार शादियों के सीजन पर निर्भर रहने वाले फ़ोटो ग्राफर को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है
जिसको लेकर सरकार से उनकी सुध लिए जाने हेतु कल्याणपूरा फ़ोटो ग्राफर संघ ने थाना प्रभारी के एल डांगी को ज्ञापन सौंपा जिसमे उनकी मांग आला अधिकारीकरियो तक पहुचाने व उनका हल करने की मांग एसोसिएशन ने की इस दौरान फोटोग्राफर तिलक मलवीय कांतिलाल जैन संजय चौहान उपस्थित थे
आवेदन में बताई अपनी पीड़ा
जहां शादियों में 5 0 लोगों की अनुमति मिली है वहां पर 48 के साथ 2 फोटो ग्राफर क्यों नहीं 1 फोटो ग्राफर को काम मिलने से 5 लोगों का घर चलता है जैसे कि ऑपरेटर एक्सपोजर डिजाइनर वीडियो एडिटर एल्बम प्रिंटिंग और भी अन्य लोग फोटोग्राफर को काम मिलने पर वह अपने परिवार के कम से कम 5,7 लोगों का भरण-पोषण कर सकता है साथ ही जैसे कि 80 प्रतिशत फोटोग्राफर बैंक से लोन बजाज फाइनेंस से खरीदें गए स्टैंड कैमरे वीडियो कैमरे कंप्यूटर जैसे यंत्र लिए गए हैं उनकी समय-समय पर किस्त भुगतान भी जरूरी है समय के साथ काम न मिलने पर वह किस्त की भरपाई भी नहीं कर पायेगा और डिफाल्टर घोषित होने की संभावना होगी मेरा सरकार से अनुरोध है कि फोटोग्राफर तो वैसे भी सोशल डिस्टेंन्स को ध्यान में रखते हुए काम को करते आया है !