कल गज्जा हमले के बाद ईरान की मांग, ज़ायोनी अधिकारियों को मिले कड़ी से कड़ी सज़ाएं
14-Nov-2019
Friday world
Sajjad ali Nayani
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन को उसके अपराधों की सज़ा दिए जाने की मांग की है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अब्बास मूसवी ने ग़ज़्ज़ाा पर ज़ायोनी शासन के हमलों और फ़िलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन के एक वरिष्ठ कमान्डर की हत्या की घोर निंदा की है।विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इसी प्रकार एक युद्ध अपराधी के रूप में ज़ायोनी अधिकारियों को अंतर्राष्ट्रीय अदालत में पेश करने और कड़ी से कड़ी से सज़ाए दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है।
सैयद अब्बास मूसवी ने ज़ायोनी शासन के सरकार आतंकवाद और निरंतर हमलों के मुक़ाबले में विश्व समुदाय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की ख़ामोशी की ओर संकेत करते हुए कहा कि खेद की बात यह है कि इस अत्याचारी शासन के समर्थन के साए में फ़िलिस्तीनी जनता के विरुद्ध अपराध का क्रम जारी है। विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने एक अन्य बयान में बोलिविया के आंतरिक मामलों में अमरीका के हस्तक्षेप और इस देश के राष्ट्रपति के विरुद्ध विद्रोह जैसी कार्यवाहियों की कड़े शब्दों में निंदा की है। सैयद अब्बास मूसवी ने कहा कि ज़ोर ज़बरदस्ती और क़ानूनी परिधि से हटकर सरकारों में किसी भी प्रकार का परिवर्तन विशेषकर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप निंदनीय और अस्वीकार्य है।विदेशमंत्रालय ने कहा कि ईरान का मानना है कि हर प्रकार का परिवर्तन, जनता के मतों और क़ानून की परिधि में अंजाम पाना चाहिए। ज्ञात रहे कि 10 नवम्बर को अमरीका और बोलिविया की सेना के हस्तक्षेप के बाद राष्ट्रपति एवो मोरालिस त्यागपत्र देने पर मजबूर हो गये थे.
14-Nov-2019
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Sajjad ali Nayani
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन को उसके अपराधों की सज़ा दिए जाने की मांग की है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अब्बास मूसवी ने ग़ज़्ज़ाा पर ज़ायोनी शासन के हमलों और फ़िलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन के एक वरिष्ठ कमान्डर की हत्या की घोर निंदा की है।विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इसी प्रकार एक युद्ध अपराधी के रूप में ज़ायोनी अधिकारियों को अंतर्राष्ट्रीय अदालत में पेश करने और कड़ी से कड़ी से सज़ाए दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है।
सैयद अब्बास मूसवी ने ज़ायोनी शासन के सरकार आतंकवाद और निरंतर हमलों के मुक़ाबले में विश्व समुदाय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की ख़ामोशी की ओर संकेत करते हुए कहा कि खेद की बात यह है कि इस अत्याचारी शासन के समर्थन के साए में फ़िलिस्तीनी जनता के विरुद्ध अपराध का क्रम जारी है। विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने एक अन्य बयान में बोलिविया के आंतरिक मामलों में अमरीका के हस्तक्षेप और इस देश के राष्ट्रपति के विरुद्ध विद्रोह जैसी कार्यवाहियों की कड़े शब्दों में निंदा की है। सैयद अब्बास मूसवी ने कहा कि ज़ोर ज़बरदस्ती और क़ानूनी परिधि से हटकर सरकारों में किसी भी प्रकार का परिवर्तन विशेषकर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप निंदनीय और अस्वीकार्य है।विदेशमंत्रालय ने कहा कि ईरान का मानना है कि हर प्रकार का परिवर्तन, जनता के मतों और क़ानून की परिधि में अंजाम पाना चाहिए। ज्ञात रहे कि 10 नवम्बर को अमरीका और बोलिविया की सेना के हस्तक्षेप के बाद राष्ट्रपति एवो मोरालिस त्यागपत्र देने पर मजबूर हो गये थे.