पूर्व पीएम प.नेहरू पर भाजपा के आरोप मनगढ़ंत झूठे क़िस्से कहानियां
भाजपा अध्यक्ष को इतिहास का ज्ञान नहीं मोदी भक्ति में लीन है
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इन्दौर,24 June 2020
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु को संदिग्ध बताते हुए मुखर्जी की मृत्यु को देश के लिए बलिदान सिद्ध करने की कोशिश करने के साथ ही भारत के प्रथम प्रधानमंत्री प.जवाहरलाल नेहरू पर आरोप लगा रहे हैं की जॉंच नहीं करायी गयी जबकि इतिहास में स्पष्ट हैं की संपूर्ण जॉंच होने के पश्चात जॉंच रिपोर्ट में आया था की यह सामान्य मौत हैं।
जिसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पत्नी को दी गयी थी।इतने साल बाद आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नया मनगढ़ंत इतिहास बताने की कोशिश कर रहे हैं।यह बात देश का हर नागरिक जानता हैं की आज़ादी के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाला एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भाजपा के पास इतिहास में नहीं हैं।इसलिए श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु को देश के लिए बलिदान बताने की साज़िश की जा रही हैं।
म.प्र.कॉंग्रेस कमेटी के प्रदेशसचिव राकेश सिंह यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा पर देश की युवा पीढ़ी को इतिहास की ग़लत जानकारी बताकर गुमराह करने का आरोप लगाया हैं।
भाजपा का असली चाल चरित्र चेहरा उजागर हो जाएगा अगर भाजपा के अध्यक्ष नड्डा प.दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु की जॉंच आज फिर से करायेंगे तो भाजपा के अनेक सफेदपोश चेहरे दाग़दार हो जायेगे।
जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव भाजपा के पितृ पुरूष प.दीनदयाल उपाध्याय को जनसंघ के रणनीतिकारों ने साज़िश रचकर मौत के घाट उतार दिया था ।सारे कॉंड को बहुत ही सफ़ाई अंजाम दिया गया था।लेकिन आज भाजपा सत्ता में होने के बाद भी पुन: प.दीनदयाल उपाध्याय की संदिग्ध मौत की जॉंच कराने के सवाल पर मैदान छोड़कर भाग खड़ी होती हैं ।सवाल यह हैं की भाजपा ऐसा क्यो करती हैं...?
जवाब जानिये की भाजपा का कड़वा सच कितना क्रुर होता हैं ।पद की अभिलाषा एंव नम्बर वन बनने की कोशिश पार्टी के दीनदयाल को साज़िश रचकर कहॉं पहुँचा देती हैं।साहित्यकार हरीश शर्मा की लिखी किताब प.दीनदयाल उपाध्याय में ज़िक्र मिलता हैं की पठानकोट एक्सप्रेस से प्रथम श्रेणी की बोगी में दीनदयाल पटना रवाना हुए।उस समय ट्रेन पर संविद सरकार के एक उपमुख्यमंत्री एंव एक एमएलसी छोड़ने आये थे।लेकिन प.दीनदयाल पटना नहीं पहुँचे ।पटना में जनसंघ के नेता कैलाश पति मिश्र ने सोचा शायद दीनदयाल दिल्ली चले गये।
मुगलसराय रेलवे यार्ड पर डेढ़ सौ गज दूर एक बिजली के खंबे से पास प.दीनदयाल उपाध्याय का मृत शरीर मिला था।बाक़ी सामान ग़ायब कर दिया गया।इस मामले में दो लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई लेकिन बाद मे कमजोर जॉंच की वजह से हत्या करना साबित नहीं हुआ।देश के बड़े राजनैतिक दल के अध्यक्ष की हत्या हुई थी लेकिन जनसंघ के नेता ख़ामोश थे।कुछ दिनों बाद वजह भी खुली लेकिन सच को उस समय के जनसंघ के नेताओं ने दवा दिया।
साज़िश के अन्तर्गत ट्रेन को आधा घंटा ज़्यादा रुकवाया गया पैसे देकर ।दो संदिग्ध अपराधी राम अवध और भरत चोरी की सजा पाकर छुट गये।
प.दीनदयाल की हत्या के संदर्भ में जनसंघ के दिग्गज नेता बलराज मधोक ने जब खुलासा किया तब जनसंघ से उन्हें निकाल दिया गया।जबकि बलराज मधोक जनसंघ के संस्थापकों में एक थे।उस समय लालकृष्ण आडवाणी ने मधोक को निकाला था।इसके पश्चात
बलराज मधोक ने लालकृष्ण आडवानी एंव अटलबिहारी बाजपेयी तथा नानाजी देशमुख पर अनेक संगीन आरोप लगाये।जिसमें सबसे बड़ा आरोप यह था की प.दीनदयाल की हत्या अटलबिहारी बाजपेयी एंव नानाजी देशमुख ने करायी थी।बलराज मधोक ने अपनी आत्मकथा “ज़िन्दगी का सफ़र “के तीसरे खंड में यह सारी बातें लिखी हैं।पार्टी के प्रमुख पदों पर बलराज मधोक की नियुक्तियों के कारण अटलबिहारी बाजपेयी एंव नानाजी देशमुख दीनदयाल से नाराज़ थे।जिसकी परिणति स्वरूप भाड़े के हत्यारो से प.दीनदयाल की हत्या करायी गयी।
जब इस मामले को लेकर सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने जॉंच के लिए सरकार से माँग की तब उस समय की मोरारजी देसाई की सरकार में विदेशमंत्री रहे अटलबिहारी बाजपेयी ने मामले को बिना जॉंच के रफ़ा -दफ़ा कर दिया।आज स्वामी भी ख़ामोश हैं।
जनसंघ नेता मधोक के पहेले यही इल्जाम नानाजी देशमुख ने लगाया था हत्या के एक माह बाद की दीनदयाल की हत्या साज़िश के माध्यम से की गई हैं।
भाजपा आज अपने काले इतिहास को छिपाकर झुठे क़िस्से कहानियों सुनाकर देश की जनता को भ्रमित करना चाहती हैं जिससे की आगे आने वाली पीढ़ी भाजपा के दाग़दार इतिहास के न जान सके।
श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु के लिए प.जवाहर लाल नेहरू को बिना वजह बदनाम करने वाले क्या आज प.दीनदयाल उपाध्याय की हत्या की जॉंच कराने की हिम्मत रखते हैं।आज भाजपा की मोदी सरकार केंद्र में हैं प.दीनदयाल की हत्या की जॉंच कराये एंव भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी से हत्या की वजह पूछी जाये।दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
कॉंग्रेस ने देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया हैं वही भाजपा में पद पाने के लिए हत्याएँ की हैं।भाजपा को कॉंग्रेस के नेताओं पर इल्जाम लगाने के पूर्व भाजपा के काले अतीत को पलटकर देखना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष को इतिहास का ज्ञान नहीं मोदी भक्ति में लीन है
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इन्दौर,24 June 2020
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु को संदिग्ध बताते हुए मुखर्जी की मृत्यु को देश के लिए बलिदान सिद्ध करने की कोशिश करने के साथ ही भारत के प्रथम प्रधानमंत्री प.जवाहरलाल नेहरू पर आरोप लगा रहे हैं की जॉंच नहीं करायी गयी जबकि इतिहास में स्पष्ट हैं की संपूर्ण जॉंच होने के पश्चात जॉंच रिपोर्ट में आया था की यह सामान्य मौत हैं।
जिसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पत्नी को दी गयी थी।इतने साल बाद आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नया मनगढ़ंत इतिहास बताने की कोशिश कर रहे हैं।यह बात देश का हर नागरिक जानता हैं की आज़ादी के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाला एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भाजपा के पास इतिहास में नहीं हैं।इसलिए श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु को देश के लिए बलिदान बताने की साज़िश की जा रही हैं।
म.प्र.कॉंग्रेस कमेटी के प्रदेशसचिव राकेश सिंह यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा पर देश की युवा पीढ़ी को इतिहास की ग़लत जानकारी बताकर गुमराह करने का आरोप लगाया हैं।
भाजपा का असली चाल चरित्र चेहरा उजागर हो जाएगा अगर भाजपा के अध्यक्ष नड्डा प.दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु की जॉंच आज फिर से करायेंगे तो भाजपा के अनेक सफेदपोश चेहरे दाग़दार हो जायेगे।
जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव भाजपा के पितृ पुरूष प.दीनदयाल उपाध्याय को जनसंघ के रणनीतिकारों ने साज़िश रचकर मौत के घाट उतार दिया था ।सारे कॉंड को बहुत ही सफ़ाई अंजाम दिया गया था।लेकिन आज भाजपा सत्ता में होने के बाद भी पुन: प.दीनदयाल उपाध्याय की संदिग्ध मौत की जॉंच कराने के सवाल पर मैदान छोड़कर भाग खड़ी होती हैं ।सवाल यह हैं की भाजपा ऐसा क्यो करती हैं...?
जवाब जानिये की भाजपा का कड़वा सच कितना क्रुर होता हैं ।पद की अभिलाषा एंव नम्बर वन बनने की कोशिश पार्टी के दीनदयाल को साज़िश रचकर कहॉं पहुँचा देती हैं।साहित्यकार हरीश शर्मा की लिखी किताब प.दीनदयाल उपाध्याय में ज़िक्र मिलता हैं की पठानकोट एक्सप्रेस से प्रथम श्रेणी की बोगी में दीनदयाल पटना रवाना हुए।उस समय ट्रेन पर संविद सरकार के एक उपमुख्यमंत्री एंव एक एमएलसी छोड़ने आये थे।लेकिन प.दीनदयाल पटना नहीं पहुँचे ।पटना में जनसंघ के नेता कैलाश पति मिश्र ने सोचा शायद दीनदयाल दिल्ली चले गये।
मुगलसराय रेलवे यार्ड पर डेढ़ सौ गज दूर एक बिजली के खंबे से पास प.दीनदयाल उपाध्याय का मृत शरीर मिला था।बाक़ी सामान ग़ायब कर दिया गया।इस मामले में दो लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई लेकिन बाद मे कमजोर जॉंच की वजह से हत्या करना साबित नहीं हुआ।देश के बड़े राजनैतिक दल के अध्यक्ष की हत्या हुई थी लेकिन जनसंघ के नेता ख़ामोश थे।कुछ दिनों बाद वजह भी खुली लेकिन सच को उस समय के जनसंघ के नेताओं ने दवा दिया।
साज़िश के अन्तर्गत ट्रेन को आधा घंटा ज़्यादा रुकवाया गया पैसे देकर ।दो संदिग्ध अपराधी राम अवध और भरत चोरी की सजा पाकर छुट गये।
प.दीनदयाल की हत्या के संदर्भ में जनसंघ के दिग्गज नेता बलराज मधोक ने जब खुलासा किया तब जनसंघ से उन्हें निकाल दिया गया।जबकि बलराज मधोक जनसंघ के संस्थापकों में एक थे।उस समय लालकृष्ण आडवाणी ने मधोक को निकाला था।इसके पश्चात
बलराज मधोक ने लालकृष्ण आडवानी एंव अटलबिहारी बाजपेयी तथा नानाजी देशमुख पर अनेक संगीन आरोप लगाये।जिसमें सबसे बड़ा आरोप यह था की प.दीनदयाल की हत्या अटलबिहारी बाजपेयी एंव नानाजी देशमुख ने करायी थी।बलराज मधोक ने अपनी आत्मकथा “ज़िन्दगी का सफ़र “के तीसरे खंड में यह सारी बातें लिखी हैं।पार्टी के प्रमुख पदों पर बलराज मधोक की नियुक्तियों के कारण अटलबिहारी बाजपेयी एंव नानाजी देशमुख दीनदयाल से नाराज़ थे।जिसकी परिणति स्वरूप भाड़े के हत्यारो से प.दीनदयाल की हत्या करायी गयी।
जब इस मामले को लेकर सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने जॉंच के लिए सरकार से माँग की तब उस समय की मोरारजी देसाई की सरकार में विदेशमंत्री रहे अटलबिहारी बाजपेयी ने मामले को बिना जॉंच के रफ़ा -दफ़ा कर दिया।आज स्वामी भी ख़ामोश हैं।
जनसंघ नेता मधोक के पहेले यही इल्जाम नानाजी देशमुख ने लगाया था हत्या के एक माह बाद की दीनदयाल की हत्या साज़िश के माध्यम से की गई हैं।
भाजपा आज अपने काले इतिहास को छिपाकर झुठे क़िस्से कहानियों सुनाकर देश की जनता को भ्रमित करना चाहती हैं जिससे की आगे आने वाली पीढ़ी भाजपा के दाग़दार इतिहास के न जान सके।
श्यामाप्रसाद मुखर्जी की सामान्य मृत्यु के लिए प.जवाहर लाल नेहरू को बिना वजह बदनाम करने वाले क्या आज प.दीनदयाल उपाध्याय की हत्या की जॉंच कराने की हिम्मत रखते हैं।आज भाजपा की मोदी सरकार केंद्र में हैं प.दीनदयाल की हत्या की जॉंच कराये एंव भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी से हत्या की वजह पूछी जाये।दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
कॉंग्रेस ने देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया हैं वही भाजपा में पद पाने के लिए हत्याएँ की हैं।भाजपा को कॉंग्रेस के नेताओं पर इल्जाम लगाने के पूर्व भाजपा के काले अतीत को पलटकर देखना चाहिए।