चोरी के शक में तालिबान व्यवहार
तीन दिन तक परिवार को रखा भूखा प्यासा लगाया करंट दी यातनाएं
Avdhesh Yadav✍️
आगरा,16 June 2020
शहर के बीचों बीच महज चोरी के शक में पूरे परिवार के साथ ही तालिबानी व्यवहार किया गया। पांच लोगों के परिवार को तीन दिन तक एक कमरे में कैद कर दिया। इस पर भी मन नहीं पसीजा तो परिवार को भूखा प्यासा रखकर करंट लगाकर तमाम यातनाएं दीं। वो तो परिवार के रिश्तेदार ने किसी तरह पुलिस को सूचित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस के भी मामला खुलने के बाद होश उड़ गए। गनीमत रही कि किसी को भी जानहानि नहीं हुई।
मामला शाहगंज के सराय ख्वाजा का है। यहां आरओ प्लांट के स्वामी अबरार के यहां निजाम काम करता था। निजाम अपनी मां रुकसाना, पत्नी मुबीना और दो बच्चों सहित अबरार के घर में ही रहता था। पांच दिन पूर्व प्लांट में चोरी हो गई। चोरी के शक में तीन दिन पहले अबरार ने निजाम के पूरे परिवार को ही बंधक बना लिया। सच उगलवाने के लिए निजाम के पूरे परिवार को एक कमरे में बंद कर दिया। तीन दिन तक न ही कुछ खाने दिया और न ही पीने दिया। बस पूछताछ के नाम पर मारपीट करता रहा। जब निजाम ने चोरी करने से इंकार किया तो उसे और उसके परिवार को अबरार ने करंट तक लगा दिया। निजाम के पूरे परिवार को अबरार ने अपने घर की दूसरी मंजिल के कमरे में बंधक बनाया था, जिसके कारण निजाम और उसके परिवार का कोई भी सदस्य आस पड़ोसियों को भी आवाज लगाकर मदद नहीं मांग पाया। निज़ाम के रिश्तेदार समीर ने 112 पर सूचना देकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पीआरवी 4072 ने परिवार को मुक्त कराया। पुलिस के पहुंचते ही मकान मालिक अबरार मौके से फरार हो गया। पुलिस निजाम के परिवार को मुक्त कराकर चौकी पर ले आई। शिकायत दर्ज कर परिवार को मेडिकल के लिए भेज दिया है।
तीन दिन तक परिवार को रखा भूखा प्यासा लगाया करंट दी यातनाएं
Avdhesh Yadav✍️
आगरा,16 June 2020
शहर के बीचों बीच महज चोरी के शक में पूरे परिवार के साथ ही तालिबानी व्यवहार किया गया। पांच लोगों के परिवार को तीन दिन तक एक कमरे में कैद कर दिया। इस पर भी मन नहीं पसीजा तो परिवार को भूखा प्यासा रखकर करंट लगाकर तमाम यातनाएं दीं। वो तो परिवार के रिश्तेदार ने किसी तरह पुलिस को सूचित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस के भी मामला खुलने के बाद होश उड़ गए। गनीमत रही कि किसी को भी जानहानि नहीं हुई।
मामला शाहगंज के सराय ख्वाजा का है। यहां आरओ प्लांट के स्वामी अबरार के यहां निजाम काम करता था। निजाम अपनी मां रुकसाना, पत्नी मुबीना और दो बच्चों सहित अबरार के घर में ही रहता था। पांच दिन पूर्व प्लांट में चोरी हो गई। चोरी के शक में तीन दिन पहले अबरार ने निजाम के पूरे परिवार को ही बंधक बना लिया। सच उगलवाने के लिए निजाम के पूरे परिवार को एक कमरे में बंद कर दिया। तीन दिन तक न ही कुछ खाने दिया और न ही पीने दिया। बस पूछताछ के नाम पर मारपीट करता रहा। जब निजाम ने चोरी करने से इंकार किया तो उसे और उसके परिवार को अबरार ने करंट तक लगा दिया। निजाम के पूरे परिवार को अबरार ने अपने घर की दूसरी मंजिल के कमरे में बंधक बनाया था, जिसके कारण निजाम और उसके परिवार का कोई भी सदस्य आस पड़ोसियों को भी आवाज लगाकर मदद नहीं मांग पाया। निज़ाम के रिश्तेदार समीर ने 112 पर सूचना देकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पीआरवी 4072 ने परिवार को मुक्त कराया। पुलिस के पहुंचते ही मकान मालिक अबरार मौके से फरार हो गया। पुलिस निजाम के परिवार को मुक्त कराकर चौकी पर ले आई। शिकायत दर्ज कर परिवार को मेडिकल के लिए भेज दिया है।