मुख्य मार्ग पर जल-भराव से निकलना हुआ दूभर
अदम गोंडवी की चन्द पंक्तियां सटीक बैठती नजर आ रही है,,,
""तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है,,
"मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है,,
नूर आलम अंसारी/ ब्यूरोचीफ एस.पी.तिवारी
बरवर-खीरी,19 June 2020
विकास खण्ड पसगवां की पंचायत ककराही के मजरा ग्राम साहूपुर गांव मे टूटी सड़के व नालियां न होने के कारण निकने बाले रास्ते पर जल भराव है इसके चलते ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
साथ ही गांव में संक्रमक बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है जटिल समस्याओं के बीच रहने वाले ग्रामीणों की कोई सुनने वाला नही है प्रसाशनिक अफसर से लेकर ग्राम प्रधान किसी ने इस गांव की ओर नही दिया ध्यान गांव में जल निकास न होने के कारण राहगीरों को निकलना दूभर हो रहा है ऐसे हालात में बड़े तो खुद लांघ कर निकल जाते हैं मगर छोटे बच्चे व बुजुर्ग अक्सर फंस कर ही रह जाते है।
ग्रामीण मैकू लाल ने बताया कि बरसात शुरु होते ही जलभराव की समस्या और विकराल हो जाती है राकेश कुमार गौतम का कहना है कि इस मार्ग पर हमारे गांव से लेकर भौनापुर के ग्रामीण निकलते हैं। इस मार्ग पर इन दिनों निकलना दूभर हो रहा है और गांव से ककराही जाने वाले मार्ग भीषण कीचड़ होने पर नन्हे मुन्ने स्कूली छात्रों को भी निकलना मुश्किल है।
इस बाबत के सम्बंध में नूर आलम व समाजसेवी मो. हासिम ने पंचायत सैक्रेटरी से जानकारी लेने पर बताया गया कि जल्द की समस्याओं का समाधान करा दिया जाएगा ।
अदम गोंडवी की चन्द पंक्तियां सटीक बैठती नजर आ रही है,,,
""तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है,,
"मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है,,
नूर आलम अंसारी/ ब्यूरोचीफ एस.पी.तिवारी
बरवर-खीरी,19 June 2020
विकास खण्ड पसगवां की पंचायत ककराही के मजरा ग्राम साहूपुर गांव मे टूटी सड़के व नालियां न होने के कारण निकने बाले रास्ते पर जल भराव है इसके चलते ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
साथ ही गांव में संक्रमक बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है जटिल समस्याओं के बीच रहने वाले ग्रामीणों की कोई सुनने वाला नही है प्रसाशनिक अफसर से लेकर ग्राम प्रधान किसी ने इस गांव की ओर नही दिया ध्यान गांव में जल निकास न होने के कारण राहगीरों को निकलना दूभर हो रहा है ऐसे हालात में बड़े तो खुद लांघ कर निकल जाते हैं मगर छोटे बच्चे व बुजुर्ग अक्सर फंस कर ही रह जाते है।
ग्रामीण मैकू लाल ने बताया कि बरसात शुरु होते ही जलभराव की समस्या और विकराल हो जाती है राकेश कुमार गौतम का कहना है कि इस मार्ग पर हमारे गांव से लेकर भौनापुर के ग्रामीण निकलते हैं। इस मार्ग पर इन दिनों निकलना दूभर हो रहा है और गांव से ककराही जाने वाले मार्ग भीषण कीचड़ होने पर नन्हे मुन्ने स्कूली छात्रों को भी निकलना मुश्किल है।
इस बाबत के सम्बंध में नूर आलम व समाजसेवी मो. हासिम ने पंचायत सैक्रेटरी से जानकारी लेने पर बताया गया कि जल्द की समस्याओं का समाधान करा दिया जाएगा ।