पलिया थाने की पुलिस ने खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की उडाई धज्जियां देखते रहे अधिकारी
बिना शोसल डिस्टेंसिगं व मास्क के लगभग 18 लोगों को एक ही मैजिक से जेल ले जाती पुलिस
ये है उत्तर प्रदेश की पुलिस, मुख्यमंत्री योगी सरकार की "डुबो रहे नईया"
ब्यूरोचीफ एस.पी.तिवारी
पलियाकलां-खीरी,13 June 2020
मामला पलिया थाने का जहा प्रधानमंत्री का सख्त आदेश और कोरोना वायरस जैसी महामारी को देखते हुए सभी विभाग को महामारी से लडने के लिए तैयार किया जा रहा है। तो वही लखीमपुर खीरी के पलिया थाने का एक मामला सामने आया है। जहां लाॅकडाउन व कोरोना जैसी महामारी का बिलकुल भी असर देखने को नही मिल रहा है।
पलिया पुलिस-प्रशासन को किसी मामले में पकडे आए करीब 18 लोगों एक साथ एक ही मैजिक में बैठाकर जेल ले जाती हुए पुलिस दिख रही है। क्या इनके लिए कोरोना वायरस जैसी महामारी का ढर व लाॅकडाउन का उल्लंघन करने की सजा दी जाएगी। यह लोग पुलिस-प्रशासन के है तो क्या इनको नियम कानून की धज्जियां उडाने का लाईसेंस मिल गया है।
जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने साफ लहजे में कहा है कि अगर किसी भी विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसपर कार्यवाही निश्चित की जाएंगी। आपको बता दे कि पूरे देश में कोरोना संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है,जिसके लिए संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी पर अधिक बल दिया जा रहा है। लेकिन यहां यूपी पुलिस खुद ही शारीरिक दूरी का पालन नही कर रही है। जबकि पलिया पुलिस ने जेल ले जाने के दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया और न ही किसी भी आरोपी को मॉस्क पहनाया।
जबकि जिन लोगों को पुलिस पकड कर लाई है उनका कसूर सिर्फ इतना था कि किसी अच्छे अधिकारी की पक्ष में ज्ञापन देने पलिया तहसील गए हुए थे और शान्ति पूर्वक शोसल डिस्टेंसिगं का पालन करतें हुए मास्क लगाकर ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन उन्हें लोगों को क्या मालूम था कि एसडीएम पूजा यादव उनसे ज्ञापन लेने कि वजह उन्ही लोगों को शान्ति भंग तथा बिना मास्क के जुर्म में जेल भेज दिया जबकि खुद पलिया पुलिस के दरोगा जी सभी ने अधिकारियों के सामनें एक मैजिक मे करीब 18 लोगों को एक साथ ले जा रहे है। अब देखना यह है कि कि उच्च अधिकारी इस मामले को कितना गम्भीर लेकर ऐसे पुलिस-प्रशासन के लोगों पर कार्यवाही करता है जिन्होंने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री और कानून की धज्जियां उडाई है सरकार ऐसे सरकारी विभागों पर क्या कार्यवाही करता हैं, यह चर्चा का विषय नगर में बना हुआ है।
बिना शोसल डिस्टेंसिगं व मास्क के लगभग 18 लोगों को एक ही मैजिक से जेल ले जाती पुलिस
ये है उत्तर प्रदेश की पुलिस, मुख्यमंत्री योगी सरकार की "डुबो रहे नईया"
ब्यूरोचीफ एस.पी.तिवारी
पलियाकलां-खीरी,13 June 2020
मामला पलिया थाने का जहा प्रधानमंत्री का सख्त आदेश और कोरोना वायरस जैसी महामारी को देखते हुए सभी विभाग को महामारी से लडने के लिए तैयार किया जा रहा है। तो वही लखीमपुर खीरी के पलिया थाने का एक मामला सामने आया है। जहां लाॅकडाउन व कोरोना जैसी महामारी का बिलकुल भी असर देखने को नही मिल रहा है।
पलिया पुलिस-प्रशासन को किसी मामले में पकडे आए करीब 18 लोगों एक साथ एक ही मैजिक में बैठाकर जेल ले जाती हुए पुलिस दिख रही है। क्या इनके लिए कोरोना वायरस जैसी महामारी का ढर व लाॅकडाउन का उल्लंघन करने की सजा दी जाएगी। यह लोग पुलिस-प्रशासन के है तो क्या इनको नियम कानून की धज्जियां उडाने का लाईसेंस मिल गया है।
जबकि जिन लोगों को पुलिस पकड कर लाई है उनका कसूर सिर्फ इतना था कि किसी अच्छे अधिकारी की पक्ष में ज्ञापन देने पलिया तहसील गए हुए थे और शान्ति पूर्वक शोसल डिस्टेंसिगं का पालन करतें हुए मास्क लगाकर ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन उन्हें लोगों को क्या मालूम था कि एसडीएम पूजा यादव उनसे ज्ञापन लेने कि वजह उन्ही लोगों को शान्ति भंग तथा बिना मास्क के जुर्म में जेल भेज दिया जबकि खुद पलिया पुलिस के दरोगा जी सभी ने अधिकारियों के सामनें एक मैजिक मे करीब 18 लोगों को एक साथ ले जा रहे है। अब देखना यह है कि कि उच्च अधिकारी इस मामले को कितना गम्भीर लेकर ऐसे पुलिस-प्रशासन के लोगों पर कार्यवाही करता है जिन्होंने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री और कानून की धज्जियां उडाई है सरकार ऐसे सरकारी विभागों पर क्या कार्यवाही करता हैं, यह चर्चा का विषय नगर में बना हुआ है।