लॉकडाउन के बीच मुस्लिम शख्स ने पेश की मिसाल, बंदरों को खिलाया खाना
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इंदौर,12 June 2020
कोरोना वायरस के कहर को चलते लॉकडाउन के कारण इंसान के साथ साथ बेज़ुबान जानवर भी भूख से परेशान नजर आ रहे हैं।
इसलिए अब वह जंगलों से शहरों की तरफ रुख़ कर रहे हैं। लॉक डाउन के कारण अकसर जानवरों को खाना देने वाले लोग भी अब ऐसा नहीं कर पा रहे।
ऐसे में इंदौर के चन्दननगर के एक मुस्लिम शख़्स इमामउद्दीन तिगाला ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। इमामुद्दीन तिगाला समाजसेवी भी हैं और शहर कांग्रेस के महामंत्री दरअसल मण्डलेश्वर जामगेट के पास निज़ाम बाबा की दरगाह है। दरगाह के ख़ादिम (सेवक) शफ़ीक़ ने इमामुद्दीन तिगाला को फोन किया और भूख से परेशान हो रहे बेज़ुबान जानवरों का दर्द सुनाया।
तो वह इंदौर से चने,बिस्किट,गेहूं और केले लेकर पहुंचे। उन्होंने बंदरों को अपने हाथ से बिस्किट व चने खिलाये और दरगाह के ख़ादिम को गेहूं के बौरे,बिस्किट के पैकेट आदि देकर आये,ताकि यह जानवर भूखे न रहें। इमामुद्दीन तिगाला के इस सेवा कार्य की खूब तारीफ भी हो रही है।
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इंदौर,12 June 2020
कोरोना वायरस के कहर को चलते लॉकडाउन के कारण इंसान के साथ साथ बेज़ुबान जानवर भी भूख से परेशान नजर आ रहे हैं।
इसलिए अब वह जंगलों से शहरों की तरफ रुख़ कर रहे हैं। लॉक डाउन के कारण अकसर जानवरों को खाना देने वाले लोग भी अब ऐसा नहीं कर पा रहे।
ऐसे में इंदौर के चन्दननगर के एक मुस्लिम शख़्स इमामउद्दीन तिगाला ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। इमामुद्दीन तिगाला समाजसेवी भी हैं और शहर कांग्रेस के महामंत्री दरअसल मण्डलेश्वर जामगेट के पास निज़ाम बाबा की दरगाह है। दरगाह के ख़ादिम (सेवक) शफ़ीक़ ने इमामुद्दीन तिगाला को फोन किया और भूख से परेशान हो रहे बेज़ुबान जानवरों का दर्द सुनाया।
तो वह इंदौर से चने,बिस्किट,गेहूं और केले लेकर पहुंचे। उन्होंने बंदरों को अपने हाथ से बिस्किट व चने खिलाये और दरगाह के ख़ादिम को गेहूं के बौरे,बिस्किट के पैकेट आदि देकर आये,ताकि यह जानवर भूखे न रहें। इमामुद्दीन तिगाला के इस सेवा कार्य की खूब तारीफ भी हो रही है।