कोरोना के फैलने का कारण बन रही है सऊदी अरब की कार्यवाहीः राष्ट्रसंघ
Sajjad Ali Nayane
08 May 2020
संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कहा है कि सऊदी अरब की कार्यवाही कोरोना के फैलने का कारण बनी है।
राष्ट्रसंघ का कहना है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नागरिकों को निकालने के रेयाज़ के फैसले से कोरोना वायरस फैलने में मदद मिल रही है।
राएटर्ज़ के अनुसार राष्ट्रसंघ के स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि बिना टेस्ट के इथोपिया के नागरिकों को सऊदी अरब से निकाले जाने से इथोपिया में कोरोना के फैलने का ख़तरा बहुत अधिक बढ़ गया है। इसी विषय के दृष्टिगत राष्ट्रसंघ ने मांग की है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नगारिकों को निष्कासित करने की प्रक्रिया रोक दी जाए क्योंकि यह कोरोना के ख़तरे को बढ़ा रही है।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने कोरोना के टेस्ट के बिना इथोपिया के 2870 नागरिकों को उनके देश भेज दिया है। राष्ट्रसंघ की एक रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब अपने देश से ईथोपिया के लगभग दो लाख नागरिकों को निकालना चाहता है और उसके साथ ही फ़ार्स की खाड़ी के तटवर्ती देश भी इसी का अनुसरण कर सकते हैं। इसी बीच सऊदी अरब के अधिकारियों का कहना है कि देश में रहने वाले प्रवासियों को उनकी इच्छा के अनुसार निष्कासित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इथोपिया के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि उनके देश में कोरोना से अबतक 71 लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 10 लोग मौत का शिकार हो गए। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नागरिकों को कोरोना के टेस्ट के बिना भेजा जा रहा है।
Sajjad Ali Nayane
08 May 2020
संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कहा है कि सऊदी अरब की कार्यवाही कोरोना के फैलने का कारण बनी है।
राष्ट्रसंघ का कहना है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नागरिकों को निकालने के रेयाज़ के फैसले से कोरोना वायरस फैलने में मदद मिल रही है।
राएटर्ज़ के अनुसार राष्ट्रसंघ के स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि बिना टेस्ट के इथोपिया के नागरिकों को सऊदी अरब से निकाले जाने से इथोपिया में कोरोना के फैलने का ख़तरा बहुत अधिक बढ़ गया है। इसी विषय के दृष्टिगत राष्ट्रसंघ ने मांग की है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नगारिकों को निष्कासित करने की प्रक्रिया रोक दी जाए क्योंकि यह कोरोना के ख़तरे को बढ़ा रही है।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने कोरोना के टेस्ट के बिना इथोपिया के 2870 नागरिकों को उनके देश भेज दिया है। राष्ट्रसंघ की एक रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब अपने देश से ईथोपिया के लगभग दो लाख नागरिकों को निकालना चाहता है और उसके साथ ही फ़ार्स की खाड़ी के तटवर्ती देश भी इसी का अनुसरण कर सकते हैं। इसी बीच सऊदी अरब के अधिकारियों का कहना है कि देश में रहने वाले प्रवासियों को उनकी इच्छा के अनुसार निष्कासित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इथोपिया के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि उनके देश में कोरोना से अबतक 71 लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 10 लोग मौत का शिकार हो गए। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई है कि सऊदी अरब से इथोपिया के नागरिकों को कोरोना के टेस्ट के बिना भेजा जा रहा है।