यमन का हेल्थ सिस्टम जंग से ध्वस्त हो चुका है लेकिन ब्रिटेन अब भी यमन पर बमबारी में सऊदी अरब की मदद कर रहा है, यहां तक कि कोरोना महामारी के दौर में भी!
Sajjad Ali Nayane
08 May 2020,
पांच साल से अधिक समय से जारी जंग ने यमन को बेहद गंभीर मानवीय संकट में उलझा दिया है। इस देश का हेल्थ सिस्टम तबाह हो चुका है और बड़ी संख्या में लोग भुखमरी का शिकार हैं मगर सऊदी अरब के लिए ब्रिटेन के हथियारों की सप्लाई बंद नहीं हुई है।
रशा टुडे की वेबसाइट पर डबलिन स्थित आइरिश लेखिका डैनिएले रयान का एक लेख छपा है जिसमें कहा गया है कि यमन में सऊदी अरब की बमबारी के मिशन को जारी रखने और मदद पहुंचाने में ब्रिटेन का रोल पहले भी रहा है लेकिन कोरोना महामारी के दौरान इस ग़ैर इंसानी मदद ने हालात की गंभीरता बढ़ा दी है।
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों की कोआर्डिनेटर लिज़ ग्रांडे ने चेतावनी दी है कि देश में 50 प्रतिशत से भी कम चिकित्सा केन्द्र काम कर रहे है हर तरफ़ अभाव ही अभाव नज़र आता है।
इस बीच ब्रिटेन की हथियार कंपनी बीएई सिस्टम्ज़ ने कोरोना महामारी के संकट को गोल्डन अवसर में बदलते हुए ब्रिटेन के लिए फ़ेस शील्ड और वेंटीलेटर बनाना शुरू कर दिया मगर इस कंपनी के जहाज़ हथियारों की खेप लेकर लगातार सऊदी अरब के ताएफ़ में किंग फ़हद एयरबेस पर उतर रहे हैं। यहां पर तैनात ब्रितानी टाइफ़ून यमन पर बमबारी में भी हिस्सा लेते हैं।
Sajjad Ali Nayane
08 May 2020,
पांच साल से अधिक समय से जारी जंग ने यमन को बेहद गंभीर मानवीय संकट में उलझा दिया है। इस देश का हेल्थ सिस्टम तबाह हो चुका है और बड़ी संख्या में लोग भुखमरी का शिकार हैं मगर सऊदी अरब के लिए ब्रिटेन के हथियारों की सप्लाई बंद नहीं हुई है।
रशा टुडे की वेबसाइट पर डबलिन स्थित आइरिश लेखिका डैनिएले रयान का एक लेख छपा है जिसमें कहा गया है कि यमन में सऊदी अरब की बमबारी के मिशन को जारी रखने और मदद पहुंचाने में ब्रिटेन का रोल पहले भी रहा है लेकिन कोरोना महामारी के दौरान इस ग़ैर इंसानी मदद ने हालात की गंभीरता बढ़ा दी है।
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों की कोआर्डिनेटर लिज़ ग्रांडे ने चेतावनी दी है कि देश में 50 प्रतिशत से भी कम चिकित्सा केन्द्र काम कर रहे है हर तरफ़ अभाव ही अभाव नज़र आता है।
इस बीच ब्रिटेन की हथियार कंपनी बीएई सिस्टम्ज़ ने कोरोना महामारी के संकट को गोल्डन अवसर में बदलते हुए ब्रिटेन के लिए फ़ेस शील्ड और वेंटीलेटर बनाना शुरू कर दिया मगर इस कंपनी के जहाज़ हथियारों की खेप लेकर लगातार सऊदी अरब के ताएफ़ में किंग फ़हद एयरबेस पर उतर रहे हैं। यहां पर तैनात ब्रितानी टाइफ़ून यमन पर बमबारी में भी हिस्सा लेते हैं।