दाइश का ताज़ा हमला, अमरीका की मौजूदगी को जारी रखने के लिए बहाना हैः क़ैस ख़ज़ अली
Sajjad Ali Nayane
04 May 2020
इराक़ के असाएब अहलिल हक़ आंदोलन के महासचिव क़ैस अलख़ज़ अली ने आतंकवादी गुट दाइश के ताज़ा हमले की प्रतिक्रिया में शनिवार की रात को एक बयान में कहा कि ये हमले इराक़ में अमरीका की अवैध मौजूदगी को जारी रखने का एक बहाना है।
ग़ौरतलब है कि शनिवार तड़के इराक़ के सलाहुद्दीन प्रांत के सामर्रा के उत्तर और तिकरीत के दक्षिण में बलद और मुकैशफ़ा इलाक़े में आतंकवादी गुट दाइश और इराक़ी स्वयंसेवी बल हश्दुश शाबी के बीच भीषण झड़प हुयी, जिसमें हश्दुश शाबी के 10 जवान शहीद और 4 अन्य घायल हुए। इस झड़प में दाइश के कई आतंकी ढेर या घायल हुए।
इराक़ के असाएब अहलिल हक़ के महासचिव के बयान में आया है कि ये हमले इस्राईल की सुरक्षा को निश्चित बनाने और तेल पर क़ब्ज़ा करने की अमरीकी कोशिश के तहत हो रहे हैं।क़ैस अलख़ज़ अली ने कहा कि अमरीका इराक़ी संसद में अमरीका सहित विदेशी सैनिकों को बाहर निकालने के लिए पारित हुए बिल से बदला लेने की कोशिश में है।
उन्होंने कहा कि दाइश से निपटने का सिर्फ़ एक रास्ता है और वह इराक़ी इंटेलीजेन्स तंत्र की क्षमता को बढ़ाना है। क़ैस अलख़ज़ अली ने बल दिया दाइश को ख़ामोशी से ताक़तवर बनाने वालों के बजाए, इराक़ी सुरक्षा बलों पर भरोसा करना चाहिए।
इराक़ के असाएब अहलिल हक़आंदोलन के महासचिव ने कहा कि आतंकवादी गुट दाइश के हमले को रोकने का एक रास्ता यह है कि आतंकियों के हमले से पहले ही उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाए। क़ैस अलखज़ अली ने कहा कि इराक़ में मौजूदा कमज़ोर राजनैतिक हालात में दाइश के हमलों से अगर कोई निपटने की ताक़त रखता है तो वह हश्दुश शाबी है।
Sajjad Ali Nayane
04 May 2020
इराक़ के असाएब अहलिल हक़ आंदोलन के महासचिव क़ैस अलख़ज़ अली ने आतंकवादी गुट दाइश के ताज़ा हमले की प्रतिक्रिया में शनिवार की रात को एक बयान में कहा कि ये हमले इराक़ में अमरीका की अवैध मौजूदगी को जारी रखने का एक बहाना है।
ग़ौरतलब है कि शनिवार तड़के इराक़ के सलाहुद्दीन प्रांत के सामर्रा के उत्तर और तिकरीत के दक्षिण में बलद और मुकैशफ़ा इलाक़े में आतंकवादी गुट दाइश और इराक़ी स्वयंसेवी बल हश्दुश शाबी के बीच भीषण झड़प हुयी, जिसमें हश्दुश शाबी के 10 जवान शहीद और 4 अन्य घायल हुए। इस झड़प में दाइश के कई आतंकी ढेर या घायल हुए।
इराक़ के असाएब अहलिल हक़ के महासचिव के बयान में आया है कि ये हमले इस्राईल की सुरक्षा को निश्चित बनाने और तेल पर क़ब्ज़ा करने की अमरीकी कोशिश के तहत हो रहे हैं।क़ैस अलख़ज़ अली ने कहा कि अमरीका इराक़ी संसद में अमरीका सहित विदेशी सैनिकों को बाहर निकालने के लिए पारित हुए बिल से बदला लेने की कोशिश में है।
उन्होंने कहा कि दाइश से निपटने का सिर्फ़ एक रास्ता है और वह इराक़ी इंटेलीजेन्स तंत्र की क्षमता को बढ़ाना है। क़ैस अलख़ज़ अली ने बल दिया दाइश को ख़ामोशी से ताक़तवर बनाने वालों के बजाए, इराक़ी सुरक्षा बलों पर भरोसा करना चाहिए।
इराक़ के असाएब अहलिल हक़आंदोलन के महासचिव ने कहा कि आतंकवादी गुट दाइश के हमले को रोकने का एक रास्ता यह है कि आतंकियों के हमले से पहले ही उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाए। क़ैस अलखज़ अली ने कहा कि इराक़ में मौजूदा कमज़ोर राजनैतिक हालात में दाइश के हमलों से अगर कोई निपटने की ताक़त रखता है तो वह हश्दुश शाबी है।