लॉकडाउन में थैलेसीमिया रोगी के लिए मसीहा बनें चन्द्रशेखर शर्मा
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इंदौर,27 May 2020
लॉकडाउन में शहर के एक शख्स का फरिश्ते का रूप देखने को मिला। महामारी के चलते घोषित लॉकडाउन में आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सबसे अधिक परेशानी बीमार लोगों को हो रही है। वह मरीज तो और भी ज्यादा परेशान हैं जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं और जिनका इलाज चुनिंदा अस्पताल के अलावा कहीं और नहीं हो सकता। ऐसे में उन्हें दवाईयों की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है। इंदौर शहर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां पर थैलेसीमिया मरीज को ब्लड और दवाईयों की जरूरत थी। लेकिन लॉकडाउन के चलते ना तो ब्लड चढ़ पा रहा था,ना ही दवा मिल पा रही थी। ऐसे में नंदानगर स्थित मध्यप्रदेश थैलेसीमिया वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा थैलेसीमिया मरीज के लिए मसीहा बनकर आए। चन्द्रशेखर शर्मा ने बताया कोविड-19 महामारी के चलते रक्तदान
शिविर नहीं लग रहे हैं, स्वैच्छिक रक्तदाता कोविड-19 के संक्रमण के डर से अस्पताल में रक्तदान करने से घबरा रहे हैं। जो थोडे बहुत लोग रक्तदान करना भी चाहते हैं, वो भी वाहन का अभाव व कर्फ्यू पास प्राप्त करने में आई कठिनाइयों के कारण रक्तदान करने में असुविधा महसूस कर रहे हैं।ऐसे लोगों के लिए श्री शर्मा ने वाहन सुविधा,कर्फ्यू पास आदि उपलब्ध करवाकर ज़रूरतमंद के लिए ब्लड का इंतज़ाम किया। समय रहते अगर वे
प्रभावी कदम नहीं उठाते गए तो थेलेसीमिया पीडित बच्चों का जीवन खतरे में पड़ जाता । आम लोगों में से ही चन्द्रशेखर शर्मा जैसे शख्स बिना किसी सरकारी सपोर्ट के चुपचाप लोगों की सेवा में जुटे हैं। गौरतलब रहे थैलेसीमिया रोगी को
हर 15-20 दिन में खून चढाना पड़ता है। अगर समय पर खून नहीं मिलता है तो एनिमिया बढ़ जाता है,
जिससे इंफेक्शन होने का खतरा बहुत अधिक हो जाता है। थैलेसीमिया के मरीजों पर दवाओं का बोझ भारी पड़ रहा है। महंगी दवाएं और लॉक डाउन का यह नाज़ुक समय परेशान कर रहा है।इस परेशानी को चन्द्रशेखर शर्मा ने महसूस किया। थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों के उपचार में कोई कमी ना आए इसलिए समाजसेवियों के सहयोग से डिस्प्राल इंजेक्शन और दवाईयां का इंतज़ाम कर राहत पहुंचाई।हालांकि इंजेक्शन और दवाई ज़्यादा महंगी होती है।लेकिन उन्होंने इसे निशुल्क उपलब्ध करवाया।सलाम हो चन्द्रशेखर शर्मा जैसे सच्चे कोरोना वारियर्स को।
ताहिर कमाल सिद्दीकी
इंदौर,27 May 2020
लॉकडाउन में शहर के एक शख्स का फरिश्ते का रूप देखने को मिला। महामारी के चलते घोषित लॉकडाउन में आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सबसे अधिक परेशानी बीमार लोगों को हो रही है। वह मरीज तो और भी ज्यादा परेशान हैं जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं और जिनका इलाज चुनिंदा अस्पताल के अलावा कहीं और नहीं हो सकता। ऐसे में उन्हें दवाईयों की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है। इंदौर शहर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां पर थैलेसीमिया मरीज को ब्लड और दवाईयों की जरूरत थी। लेकिन लॉकडाउन के चलते ना तो ब्लड चढ़ पा रहा था,ना ही दवा मिल पा रही थी। ऐसे में नंदानगर स्थित मध्यप्रदेश थैलेसीमिया वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा थैलेसीमिया मरीज के लिए मसीहा बनकर आए। चन्द्रशेखर शर्मा ने बताया कोविड-19 महामारी के चलते रक्तदान
शिविर नहीं लग रहे हैं, स्वैच्छिक रक्तदाता कोविड-19 के संक्रमण के डर से अस्पताल में रक्तदान करने से घबरा रहे हैं। जो थोडे बहुत लोग रक्तदान करना भी चाहते हैं, वो भी वाहन का अभाव व कर्फ्यू पास प्राप्त करने में आई कठिनाइयों के कारण रक्तदान करने में असुविधा महसूस कर रहे हैं।ऐसे लोगों के लिए श्री शर्मा ने वाहन सुविधा,कर्फ्यू पास आदि उपलब्ध करवाकर ज़रूरतमंद के लिए ब्लड का इंतज़ाम किया। समय रहते अगर वे
प्रभावी कदम नहीं उठाते गए तो थेलेसीमिया पीडित बच्चों का जीवन खतरे में पड़ जाता । आम लोगों में से ही चन्द्रशेखर शर्मा जैसे शख्स बिना किसी सरकारी सपोर्ट के चुपचाप लोगों की सेवा में जुटे हैं। गौरतलब रहे थैलेसीमिया रोगी को
हर 15-20 दिन में खून चढाना पड़ता है। अगर समय पर खून नहीं मिलता है तो एनिमिया बढ़ जाता है,
जिससे इंफेक्शन होने का खतरा बहुत अधिक हो जाता है। थैलेसीमिया के मरीजों पर दवाओं का बोझ भारी पड़ रहा है। महंगी दवाएं और लॉक डाउन का यह नाज़ुक समय परेशान कर रहा है।इस परेशानी को चन्द्रशेखर शर्मा ने महसूस किया। थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों के उपचार में कोई कमी ना आए इसलिए समाजसेवियों के सहयोग से डिस्प्राल इंजेक्शन और दवाईयां का इंतज़ाम कर राहत पहुंचाई।हालांकि इंजेक्शन और दवाई ज़्यादा महंगी होती है।लेकिन उन्होंने इसे निशुल्क उपलब्ध करवाया।सलाम हो चन्द्रशेखर शर्मा जैसे सच्चे कोरोना वारियर्स को।