मेघनगर रेलवे स्टेशन पर लगा मजमा
स्टेशन का नजारा कुछ अलग ही नजर आया
रहीम शेरानी
झाबुआ,09 May 2020
मेघनगर में गुजरात के जूनागढ़ से लगभग 1250 मजदूरों को लेकर सुबह 8 बजे पहली ट्रेन आई । ट्रेन से उतरने से पहले रेलवे द्वारा माइक से सभी आवश्यक सूचनाएं प्रसारित की गई।
लगभग 15 मिनट बाद सभी कोच के डिब्बों को एक-एक करके खोला गया।
प्लेटफॉर्म पर ही बनाए गए मेडिकल जांच काउंटर पर सभी की स्क्रीनिंग के लिए लाइन में खड़ा किया गया। कई मजदूर सिर पर बोझ लिए जांच के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए कड़ी धूप में खड़े रहे।ट्रेन में बड़वानी,अलीराजपुर, धार ,भिंड एवं मुरैना जिले के मजदूर आए। रेलवे स्टेशन पर इनकी स्क्रीनिंग करके रेलवे स्टेशन परिसर में रवाना किया गया।
यहां पर कड़ी धूप में यात्री बसों का इंतजार करते रहे। दोपहर बारह बजे तक 35 बसे ही रवाना हो पाई।
यात्रियों को भोजन के पैकेट तैयार होने के बावजूद समय पर नहीं दिए गए।
भोजन के पैकेट बसों में बैठने के बाद बस ड्राइवर के सुपुर्द किए गए।भोजन के पैकेट में पांच से छह पूड़ी तथा अपर्याप्त लौंजी दी गई।
टेंट की व्यवस्था प्लेटफार्म नंबर तीन पर की गई थी जबकि ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर आई। यहाँ प्लेटफार्म के बाहर यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने से यात्री धूप में परेशान होते रहे। प्लेटफॉर्म पर स्क्रीनिंग करने वाली मेडिकल टीम द्वारा सैनिटाइजर के पैकेट खोले ही नहीं गए।
कई काउंटरों पर सैनिटाइजर की बोतल आखरी तक पूरी की पूरी भरी पडी रही।
मेडिकल टीम के कई काउंटरों पर कार्यकर्ता काम निपटाने की जल्दी में जांच के पहले ही सर्टिफिकेट बनाते नजर, आए।
बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ।
अधिकांश बसों में तीन लोगों की सीट पर तीन सवारी तथा दो की सीट पर दो सवारी बैठी पाई गई। प्लेटफार्म के बाहर बसो में बैठने के लिए लगी भीड में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उडती नज़र आई।
भोजन के पैकेट की खामियां नहीं निकले इस कारण इन्हें बसों के रवाना के होने ऐनवक्त पर वितरित किया गया।
निशुल्क भोजन देने हेतु संस्थाए आई आगे
प्रशासन का संकेत मिले तो समाजसेवी संस्था भी निशुल्क भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था के लिए तैयार है।
नगर की कई मानवसेवी संस्थाएं इस प्रसंग पर पूर्णतःनिशुल्क व उत्तम सेवाएं देने के लिये तन मन धन से तैयार है।
जिससे यात्रियों को पर्याप्त एवं गुणवत्तायुक्त भोजन मिल सकेगा।
रेलवे स्टेशन पर स्थिति पर नजर रखने के लिये जिला कलेक्टर प्रबल सिपाहा के साथ एसपी विनीत जैन मेघनगर एसडीएम पराग जैन थांदला एसडीओपी मनोहरलाल गवली सांसद गुमानसिंह डामोर विधायक वीरसिंग भूरिया मेघनगर आरपीएफ तथा जीआरपी पुलिस दल नगर परिषद सीएमओ विकास डावर नगर परिषद के राजा टांक मेघनगर थाना प्रभारी कौशल्या चौहान, शासकीय अस्पताल के बीएमओ डॉक्टर वर्मा सहित कई विभागों के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे।
इधर नगरवासी एवं आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक हुए परेशान मेघनगर में लॉकडाउन के 50 वें दिन शनिवार को यात्री ट्रेन आने से नगर में दी गई लॉकडाउन में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक की छूट को भी वापस ली गई जिससे नगरवासियों तथा आसपास के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दूसरे दिन रविवार होने से भी पूर्णतः लॉकडाऊन रहेगा जिससे आम लोगों को काफी परेशानियां होगी।
नगरवासी से आने वाली इस ट्रेन को लेकर भयभीत भी रहे
शनिवार से शुरू हुई इस ट्रेन के आगमन के साथ ही मेघनगर रेलवे स्टेशन पर 13 मई तक प्रतिदिन एक या दो ट्रेन निरंतर मेघनगर रेलवे स्टेशन पर अन्य राज्यों के मजदूरों को लेकर आएगी इससे भी यहां के निवासियों में भय का वातावरण बना हुआ है।
व्यवसाई पंकज वागरेचा व पत्रकार रहीम शेरानी का कहना है कि शनिवार को आई इस ट्रेन में अधिकांश यात्री अलीराजपुर तथा बड़वानी जिले के होने के बावजूद भी इस ट्रेन को झाबुआ जिले के मेघनगर में भेजा गया जबकि अलीराजपुर या छोटा उदयपुर में इसे भेजने पर यात्रियों को एवं प्रशासन को अधिक सुविधा रहती और शासन को खर्च भी कम आता।
स्टेशन का नजारा कुछ अलग ही नजर आया
रहीम शेरानी
झाबुआ,09 May 2020
मेघनगर में गुजरात के जूनागढ़ से लगभग 1250 मजदूरों को लेकर सुबह 8 बजे पहली ट्रेन आई । ट्रेन से उतरने से पहले रेलवे द्वारा माइक से सभी आवश्यक सूचनाएं प्रसारित की गई।
लगभग 15 मिनट बाद सभी कोच के डिब्बों को एक-एक करके खोला गया।
प्लेटफॉर्म पर ही बनाए गए मेडिकल जांच काउंटर पर सभी की स्क्रीनिंग के लिए लाइन में खड़ा किया गया। कई मजदूर सिर पर बोझ लिए जांच के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए कड़ी धूप में खड़े रहे।ट्रेन में बड़वानी,अलीराजपुर, धार ,भिंड एवं मुरैना जिले के मजदूर आए। रेलवे स्टेशन पर इनकी स्क्रीनिंग करके रेलवे स्टेशन परिसर में रवाना किया गया।
यहां पर कड़ी धूप में यात्री बसों का इंतजार करते रहे। दोपहर बारह बजे तक 35 बसे ही रवाना हो पाई।
यात्रियों को भोजन के पैकेट तैयार होने के बावजूद समय पर नहीं दिए गए।
भोजन के पैकेट बसों में बैठने के बाद बस ड्राइवर के सुपुर्द किए गए।भोजन के पैकेट में पांच से छह पूड़ी तथा अपर्याप्त लौंजी दी गई।
टेंट की व्यवस्था प्लेटफार्म नंबर तीन पर की गई थी जबकि ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर आई। यहाँ प्लेटफार्म के बाहर यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने से यात्री धूप में परेशान होते रहे। प्लेटफॉर्म पर स्क्रीनिंग करने वाली मेडिकल टीम द्वारा सैनिटाइजर के पैकेट खोले ही नहीं गए।
कई काउंटरों पर सैनिटाइजर की बोतल आखरी तक पूरी की पूरी भरी पडी रही।
मेडिकल टीम के कई काउंटरों पर कार्यकर्ता काम निपटाने की जल्दी में जांच के पहले ही सर्टिफिकेट बनाते नजर, आए।
बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ।
अधिकांश बसों में तीन लोगों की सीट पर तीन सवारी तथा दो की सीट पर दो सवारी बैठी पाई गई। प्लेटफार्म के बाहर बसो में बैठने के लिए लगी भीड में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उडती नज़र आई।
भोजन के पैकेट की खामियां नहीं निकले इस कारण इन्हें बसों के रवाना के होने ऐनवक्त पर वितरित किया गया।
निशुल्क भोजन देने हेतु संस्थाए आई आगे
प्रशासन का संकेत मिले तो समाजसेवी संस्था भी निशुल्क भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था के लिए तैयार है।
नगर की कई मानवसेवी संस्थाएं इस प्रसंग पर पूर्णतःनिशुल्क व उत्तम सेवाएं देने के लिये तन मन धन से तैयार है।
जिससे यात्रियों को पर्याप्त एवं गुणवत्तायुक्त भोजन मिल सकेगा।
रेलवे स्टेशन पर स्थिति पर नजर रखने के लिये जिला कलेक्टर प्रबल सिपाहा के साथ एसपी विनीत जैन मेघनगर एसडीएम पराग जैन थांदला एसडीओपी मनोहरलाल गवली सांसद गुमानसिंह डामोर विधायक वीरसिंग भूरिया मेघनगर आरपीएफ तथा जीआरपी पुलिस दल नगर परिषद सीएमओ विकास डावर नगर परिषद के राजा टांक मेघनगर थाना प्रभारी कौशल्या चौहान, शासकीय अस्पताल के बीएमओ डॉक्टर वर्मा सहित कई विभागों के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे।
इधर नगरवासी एवं आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक हुए परेशान मेघनगर में लॉकडाउन के 50 वें दिन शनिवार को यात्री ट्रेन आने से नगर में दी गई लॉकडाउन में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक की छूट को भी वापस ली गई जिससे नगरवासियों तथा आसपास के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दूसरे दिन रविवार होने से भी पूर्णतः लॉकडाऊन रहेगा जिससे आम लोगों को काफी परेशानियां होगी।
नगरवासी से आने वाली इस ट्रेन को लेकर भयभीत भी रहे
शनिवार से शुरू हुई इस ट्रेन के आगमन के साथ ही मेघनगर रेलवे स्टेशन पर 13 मई तक प्रतिदिन एक या दो ट्रेन निरंतर मेघनगर रेलवे स्टेशन पर अन्य राज्यों के मजदूरों को लेकर आएगी इससे भी यहां के निवासियों में भय का वातावरण बना हुआ है।
व्यवसाई पंकज वागरेचा व पत्रकार रहीम शेरानी का कहना है कि शनिवार को आई इस ट्रेन में अधिकांश यात्री अलीराजपुर तथा बड़वानी जिले के होने के बावजूद भी इस ट्रेन को झाबुआ जिले के मेघनगर में भेजा गया जबकि अलीराजपुर या छोटा उदयपुर में इसे भेजने पर यात्रियों को एवं प्रशासन को अधिक सुविधा रहती और शासन को खर्च भी कम आता।