लाख डाउन के चलते टमाटर की फसल पर खास असर किसानों को हुआ भारी नुकसान किसानों को बैंक के नोटिस की चिंता
ब्यूरोचीफ रहीम शेरानी
झाबुआ,24 May 2020
झाबुआ जिले के रायपुरिया कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में 60 दिनों से अधिक समय से लॉक डाउन लगातार जारी है और ऐसे में हर किसी के सामने रोजगार व आमदनी को लेकर संकट खड़ा है।
इसी संकट से किसान भी अछूते नहीं है।
किसानों के सामने भी लॉकडाउन के चलते कई परेशानियां आ खड़ी है।
क्योंकि पेटलावद क्षेत्र का किसान टमाटर की सबसे ज्यादा पैदावार करता है जो कि टमाटर अन्य राज्यों सहित अन्य देशों तक पहुंचता है किंतु लोक डाउन के चलते टमाटर के भाव इस वर्ष नहीं मिल सके किसानों ने लाखों रुपए खेती पर खर्च किए हैं।
किंतु टमाटर को खेतों से निकालकर फेंकने पर मजबूर होना पड़ा क्योंकि लोक डाउन के चलते किसानों के टमाटर बाहर नहीं जा सके ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किंतु किसानों की फसल की बर्बादी के बाद भी उन पर संकट के बादल कम नहीं हुए हैं उनके द्वारा केसीसी के माध्यम से जो लोन लिए गए थे उनको लेकर भी अब बैंक का दबाव किसानों पर आने लगा है जिसको लेकर रायपुरिया क्षेत्र के कई किसानों को बैंकों की ओर से नोटिस भेजे गए हैं, जिनमें उन्हें तत्काल पैसा जमा कराने की बात कही जा रही है।
रायपुरिया निवासी जगन्नाथ पाटीदार को भी केसीसी लोन को लेकर ब्याज जमा करने को लेकर नोटिस प्राप्त हुआ है।
किंतु किसान ने हमसे चर्चा के दौरान बताया कि लॉक डाउन के चलते हमारी स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है हम लोन तो जरूर भरेंगे किंतु इस वक्त हमारी फसल को भी भारी नुकसानी हुई है ऐसे में लोन को पलटी करना या फिर उसका ब्याज भरना काफी मुश्किल है क्योंकि लगातार लॉक डाउन चल रहा है और आमदनी के नाम पर अभी हमारे पास फिलहाल पैसा नहीं है किंतु बैंकों के आ रहे नोटीस इससे हमारे ऊपर संकट खड़ा है।
जगनाथ पाटीदार जैसे कई किसान है जिन्हें बैंकों से नोटिस प्राप्त हो रहे हैं अब फसल में तो उन्हें मुनाफा मिला नहीं किंतु बैंकों के आ रहे नोटिस के जवाब में उन्हें पैसा तो जमा करना ही होगा इसलिए किसानों ने मांग भी की है की उन्हें सरकार राहत दे ताकि वह अपनी स्थिति सुधरने पर बैंक का पूरा पैसा जमा करवा सकें !
ब्यूरोचीफ रहीम शेरानी
झाबुआ,24 May 2020
झाबुआ जिले के रायपुरिया कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में 60 दिनों से अधिक समय से लॉक डाउन लगातार जारी है और ऐसे में हर किसी के सामने रोजगार व आमदनी को लेकर संकट खड़ा है।
इसी संकट से किसान भी अछूते नहीं है।
किसानों के सामने भी लॉकडाउन के चलते कई परेशानियां आ खड़ी है।
क्योंकि पेटलावद क्षेत्र का किसान टमाटर की सबसे ज्यादा पैदावार करता है जो कि टमाटर अन्य राज्यों सहित अन्य देशों तक पहुंचता है किंतु लोक डाउन के चलते टमाटर के भाव इस वर्ष नहीं मिल सके किसानों ने लाखों रुपए खेती पर खर्च किए हैं।
किंतु टमाटर को खेतों से निकालकर फेंकने पर मजबूर होना पड़ा क्योंकि लोक डाउन के चलते किसानों के टमाटर बाहर नहीं जा सके ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किंतु किसानों की फसल की बर्बादी के बाद भी उन पर संकट के बादल कम नहीं हुए हैं उनके द्वारा केसीसी के माध्यम से जो लोन लिए गए थे उनको लेकर भी अब बैंक का दबाव किसानों पर आने लगा है जिसको लेकर रायपुरिया क्षेत्र के कई किसानों को बैंकों की ओर से नोटिस भेजे गए हैं, जिनमें उन्हें तत्काल पैसा जमा कराने की बात कही जा रही है।
रायपुरिया निवासी जगन्नाथ पाटीदार को भी केसीसी लोन को लेकर ब्याज जमा करने को लेकर नोटिस प्राप्त हुआ है।
किंतु किसान ने हमसे चर्चा के दौरान बताया कि लॉक डाउन के चलते हमारी स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है हम लोन तो जरूर भरेंगे किंतु इस वक्त हमारी फसल को भी भारी नुकसानी हुई है ऐसे में लोन को पलटी करना या फिर उसका ब्याज भरना काफी मुश्किल है क्योंकि लगातार लॉक डाउन चल रहा है और आमदनी के नाम पर अभी हमारे पास फिलहाल पैसा नहीं है किंतु बैंकों के आ रहे नोटीस इससे हमारे ऊपर संकट खड़ा है।
जगनाथ पाटीदार जैसे कई किसान है जिन्हें बैंकों से नोटिस प्राप्त हो रहे हैं अब फसल में तो उन्हें मुनाफा मिला नहीं किंतु बैंकों के आ रहे नोटिस के जवाब में उन्हें पैसा तो जमा करना ही होगा इसलिए किसानों ने मांग भी की है की उन्हें सरकार राहत दे ताकि वह अपनी स्थिति सुधरने पर बैंक का पूरा पैसा जमा करवा सकें !