कोरोना पॉज़िटिव मरीजों का इलाज करते करते बुरहानपुर (बड़झिरी) का यह डॉक्टर खुद हो गया कोरोना पॉजिटिव सही समय पर कोविड 19 टेस्ट नहीं होना बुरहानपुर में मरीजों के बढ़ने का एकमात्र कारण: डाक्टर सचिन टोकारे
ब्यूरोचीफ महेलका अंसारी
बुरहानपुर,24 May 2020
चिकित्सा व्यवसाय को एक सम्मानजनक पेशा (NOBLE PROFESSION)कहा गया है। भगवान के बाद मरीज अपने डॉक्टर को भगवान तुल्य मानकर उसका मान सम्मान करता है, उस पर विश्वास करता है । डॉक्टर का भी यह फर्ज है कि वह अपने मरीज की जान बचाने में कोई कमी या कसर नहीं छोड़ें। मरीज के रूप में अगर डॉक्टर के सामने उस का दुश्मन भी सामने आ जाए तो वह उसकी जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। यह उसका धर्म है। सही डॉक्टर वह है जो अपने मरीज की पीड़ा को अपने अंदर समाहित कर ले या धारण कर ले। ऐसा ही एक उदाहरण बुरहानपुर (बड़झिरी) निवासी युवक डाक्टर सचिन पिता ज्ञानेश्वर TOKHARE का है, जो पुणे के एक अस्पताल में covid 19 में अपनी ड्यूटी/ सेवाएं देकर, अपनी जान पर खेल कर, वहां के कोरोना के मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। उसने बताया कि उसके द्वारा अभी तक 250 से अधिक कोविड मरीजों का इलाज किया गया है। बुरहानपुर शहर के बड़झिरी गांव के पहले डॉक्टर के रूप में इस किसान पुत्र ने मध्य प्रदेश के इंदौर से बीएचएमएस, सी एम एस एवं ई डी एवं पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा ईएमएस करने के पश्चात पुणे के एक चिकित्सालय में आर एम ओ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा है। हालांकि उनकी माता श्री एक ग्रहणी है लेकिन उन्होंने देश के लिए एक सपूत दिया है जो अपने पेशे के माध्यम से जनसेवा में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि कोविड 19 का इलाज करते हुए 11 अप्रैल 2020 को वह खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 8 दिन के इलाज और क्वॉरेंटाइन के पश्चात स्वस्थ होकर फिर कोरोना के मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पुणे में 98% रिकवरी के साथ मात्र 2 % मृत्यु होती है। उन्होंने बताया कि पुणे में कोविड रिपोर्ट 12 घंटे के अंदर आ जाती है जिसके कारण यहां इलाज करने में सुविधा होती है जब कि बुरहानपुर में रिपोर्ट आने में समय लगने के कारण यहां symptomatic treatment दिया जाता है।डॉक्टर सचिन के मत अनुसार रिपोर्ट में विलंब के कारण बुरहानपुर में कोरोना के पेशेंट बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुरहानपुर के शासकीय चिकित्सालय में वह 10 जून 2020 से जोइनिंग देने वाले हैं। हम बुरहानपुर( बड़झिरी) के इस कोरोना वारियर्स को सलूट करते हैं। इनके जज्बे को सलाम करते हुए आशा करते हैं कि उनकी सेवाओं से संपूर्ण बुरहानपुर के लोग लाभान्वित होंगे।
ब्यूरोचीफ महेलका अंसारी
बुरहानपुर,24 May 2020
चिकित्सा व्यवसाय को एक सम्मानजनक पेशा (NOBLE PROFESSION)कहा गया है। भगवान के बाद मरीज अपने डॉक्टर को भगवान तुल्य मानकर उसका मान सम्मान करता है, उस पर विश्वास करता है । डॉक्टर का भी यह फर्ज है कि वह अपने मरीज की जान बचाने में कोई कमी या कसर नहीं छोड़ें। मरीज के रूप में अगर डॉक्टर के सामने उस का दुश्मन भी सामने आ जाए तो वह उसकी जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। यह उसका धर्म है। सही डॉक्टर वह है जो अपने मरीज की पीड़ा को अपने अंदर समाहित कर ले या धारण कर ले। ऐसा ही एक उदाहरण बुरहानपुर (बड़झिरी) निवासी युवक डाक्टर सचिन पिता ज्ञानेश्वर TOKHARE का है, जो पुणे के एक अस्पताल में covid 19 में अपनी ड्यूटी/ सेवाएं देकर, अपनी जान पर खेल कर, वहां के कोरोना के मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। उसने बताया कि उसके द्वारा अभी तक 250 से अधिक कोविड मरीजों का इलाज किया गया है। बुरहानपुर शहर के बड़झिरी गांव के पहले डॉक्टर के रूप में इस किसान पुत्र ने मध्य प्रदेश के इंदौर से बीएचएमएस, सी एम एस एवं ई डी एवं पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा ईएमएस करने के पश्चात पुणे के एक चिकित्सालय में आर एम ओ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा है। हालांकि उनकी माता श्री एक ग्रहणी है लेकिन उन्होंने देश के लिए एक सपूत दिया है जो अपने पेशे के माध्यम से जनसेवा में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि कोविड 19 का इलाज करते हुए 11 अप्रैल 2020 को वह खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 8 दिन के इलाज और क्वॉरेंटाइन के पश्चात स्वस्थ होकर फिर कोरोना के मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पुणे में 98% रिकवरी के साथ मात्र 2 % मृत्यु होती है। उन्होंने बताया कि पुणे में कोविड रिपोर्ट 12 घंटे के अंदर आ जाती है जिसके कारण यहां इलाज करने में सुविधा होती है जब कि बुरहानपुर में रिपोर्ट आने में समय लगने के कारण यहां symptomatic treatment दिया जाता है।डॉक्टर सचिन के मत अनुसार रिपोर्ट में विलंब के कारण बुरहानपुर में कोरोना के पेशेंट बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुरहानपुर के शासकीय चिकित्सालय में वह 10 जून 2020 से जोइनिंग देने वाले हैं। हम बुरहानपुर( बड़झिरी) के इस कोरोना वारियर्स को सलूट करते हैं। इनके जज्बे को सलाम करते हुए आशा करते हैं कि उनकी सेवाओं से संपूर्ण बुरहानपुर के लोग लाभान्वित होंगे।