बैतूल मुकद्दस परिसर में ज़ायोनी काॅलोनियों के निर्माण पर 100 से अधिक अमरीकी सांसदों ने ट्रम्प सरकार की नीति की आलोचना की
24-Nov-2019
Sajjad Ali Nayani
अमरीका की प्रतिनिधि सभा के सौ से अधिक सांसदों ने एक हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत ज़ायोनी काॅलोनियों के निर्माण को वैध बताने की ट्रम्प सरकार की नीति की आलोचना की है।
अमरीकी प्रतिनिधि सभा के 107 सांसदों ने एक हस्ताक्षर अभियान चला कर विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मांग की है कि वे पश्चिमी तट और अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस में इस्राईली काॅलोनियों के निर्माण को वैध बताने के अपने बयान को वापस लें। मिशिगन से प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेट सांसद एंडी लेविन ने यह हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों ने कहा है कि इस फ़ैसले का यह संदेश है कि अमरीकी सरकार मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान नहीं करती और यह फ़ैसला पिछले दशकों में अमरीका की नीतियों के विपरीत है।
अमरीकी प्रतिनिधि सभा के सांसदों ने कहा है कि अमरीकी दूतावास को तेल अवीव से बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित करने के ट्रम्प सरकार के क़दम के बाद यह फ़ैसला, इस्राईल व फ़िलिस्तीनियों के बीच सच्चे व निष्पक्ष मध्यस्थ के रूप में अमरीका की साख को ख़त्म कर देगा और साथ ही मध्यपूर्व की शांति प्रक्रिया को ऐसा आघात पहुंचाएगा जिसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। अमरीकी सांसदों ने कहा है कि सरकार का यह फ़ैसला, अमरीका, इस्राईल और फ़िलिस्तीनी जनता की सुरक्षा को ख़तरे में डाल देगा। ज्ञात रहे कि अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 18 नवम्बर को कहा था कि पश्चिमी तट में काॅलोनियां बनाने का इस्राईल का अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों से कोई विरोधाभास नहीं रखता। उनके इस बयान का फ़िलिस्तीनियों, यूरोपीय संघ और कई देशों ने विरोध किया थ। (HN)
24-Nov-2019
Sajjad Ali Nayani
अमरीका की प्रतिनिधि सभा के सौ से अधिक सांसदों ने एक हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत ज़ायोनी काॅलोनियों के निर्माण को वैध बताने की ट्रम्प सरकार की नीति की आलोचना की है।
अमरीकी प्रतिनिधि सभा के 107 सांसदों ने एक हस्ताक्षर अभियान चला कर विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मांग की है कि वे पश्चिमी तट और अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस में इस्राईली काॅलोनियों के निर्माण को वैध बताने के अपने बयान को वापस लें। मिशिगन से प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेट सांसद एंडी लेविन ने यह हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों ने कहा है कि इस फ़ैसले का यह संदेश है कि अमरीकी सरकार मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान नहीं करती और यह फ़ैसला पिछले दशकों में अमरीका की नीतियों के विपरीत है।
अमरीकी प्रतिनिधि सभा के सांसदों ने कहा है कि अमरीकी दूतावास को तेल अवीव से बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित करने के ट्रम्प सरकार के क़दम के बाद यह फ़ैसला, इस्राईल व फ़िलिस्तीनियों के बीच सच्चे व निष्पक्ष मध्यस्थ के रूप में अमरीका की साख को ख़त्म कर देगा और साथ ही मध्यपूर्व की शांति प्रक्रिया को ऐसा आघात पहुंचाएगा जिसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। अमरीकी सांसदों ने कहा है कि सरकार का यह फ़ैसला, अमरीका, इस्राईल और फ़िलिस्तीनी जनता की सुरक्षा को ख़तरे में डाल देगा। ज्ञात रहे कि अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 18 नवम्बर को कहा था कि पश्चिमी तट में काॅलोनियां बनाने का इस्राईल का अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों से कोई विरोधाभास नहीं रखता। उनके इस बयान का फ़िलिस्तीनियों, यूरोपीय संघ और कई देशों ने विरोध किया थ। (HN)