अमरीका सहित 4 देश ईरान में उपद्रव को हवा दे रहे थे, जानिये और कौन कौन से देश लिप्त थे
23-Nov-2019
Sajjad Ali Nayani
तेहरान के जुमे के इमाम ने ईरान में हालिया उपद्रव में अमरीका, फ़्रांस और जर्मनी को ज़िम्मेदार बताया है।
आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने ईरानी जनता की मांगों के कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दुरुपयोग की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस उपद्रव का मुखिया अमरीका है और अफ़सोस की बात है कि फ़्रांस और जर्मनी ने भी उसका साथ दिया।ग़ौरतलब है कि ईरान में तेल की क़ीमत में सुधार की योजना पिछले शुक्रवार को तड़के लागू हुयी, जिसके ख़िलाफ़ राजधानी तेहरान सहित कुछ शहरों में जनता ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया लेकिन जनता के बीच मौजूद कुछ ट्रेनिंग प्राप्त उपद्रवियों ने निजी और सार्वजिनक संपत्तियों यहां तक कि बैंक, आपात सेवा केन्द्रों, एम्ब्यूलेंस और जन परिवहन के साधनों को नुक़सान पहुंचाया।
आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने जुमे की नमाज़ के विशेष भाषण में ईरान में हुए हालिया उपद्रव के बारे में कहा कि ईरानी राष्ट्र के दुश्मनों ने तीन साल ईरान में उपद्रव की योजना बनायी और इसके लिए उन्होंने ईरान के भीतर और बाहर अपने किराए के टट्टुओं को ट्रेनिंग दी लेकिन उनकी सभी साज़िश नाकाम हो गयी।
उन्होंने ईरान में लोक संपत्ति को नुक़सान पहुंचाने वालों को कुछ देशों की ओर से समर्थन का ज़िक्र करते हुए कहा कि सऊदी शासन ने भी अपने मीडिया के साथ साथ पैसों से भी इन असामाजिक तत्वों की मदद की।
आयतुल्लाह ख़ातमी ने देश के हालिया उपद्रव में आतंकवादी गुट एमकेओ को लिप्त बताया जो 17000 ईरानियों की हत्या कर चुका है। उन्होंने कहा कि जनता के हत्यारे एमकेओ ने, उपद्रव फैलाने वाले तत्वों का समर्थन किया।
तेहरान के जुमे के इमाम ने कहा कि महान ईरानी राष्ट्र ने हालिया दिनों में क्रान्ति के दुश्मनों की साज़िश को नाकाम होते हुए देखा। उन्होंने कहा कि ईरान सरकार को चाहिए कि अपने वादे पर अमल करे और क़ीमत को बढ़ने न दे।
पिछले कुछ दिनों के दौरान ईरानी जनता ने विभिन्न शहरों में रैलियां निकाल कर उपद्रवियों की विध्वसंक गतिविधियों की निंदा की। (MAQ/N)
23-Nov-2019
Sajjad Ali Nayani
तेहरान के जुमे के इमाम ने ईरान में हालिया उपद्रव में अमरीका, फ़्रांस और जर्मनी को ज़िम्मेदार बताया है।
आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने ईरानी जनता की मांगों के कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दुरुपयोग की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस उपद्रव का मुखिया अमरीका है और अफ़सोस की बात है कि फ़्रांस और जर्मनी ने भी उसका साथ दिया।ग़ौरतलब है कि ईरान में तेल की क़ीमत में सुधार की योजना पिछले शुक्रवार को तड़के लागू हुयी, जिसके ख़िलाफ़ राजधानी तेहरान सहित कुछ शहरों में जनता ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया लेकिन जनता के बीच मौजूद कुछ ट्रेनिंग प्राप्त उपद्रवियों ने निजी और सार्वजिनक संपत्तियों यहां तक कि बैंक, आपात सेवा केन्द्रों, एम्ब्यूलेंस और जन परिवहन के साधनों को नुक़सान पहुंचाया।
आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने जुमे की नमाज़ के विशेष भाषण में ईरान में हुए हालिया उपद्रव के बारे में कहा कि ईरानी राष्ट्र के दुश्मनों ने तीन साल ईरान में उपद्रव की योजना बनायी और इसके लिए उन्होंने ईरान के भीतर और बाहर अपने किराए के टट्टुओं को ट्रेनिंग दी लेकिन उनकी सभी साज़िश नाकाम हो गयी।
उन्होंने ईरान में लोक संपत्ति को नुक़सान पहुंचाने वालों को कुछ देशों की ओर से समर्थन का ज़िक्र करते हुए कहा कि सऊदी शासन ने भी अपने मीडिया के साथ साथ पैसों से भी इन असामाजिक तत्वों की मदद की।
आयतुल्लाह ख़ातमी ने देश के हालिया उपद्रव में आतंकवादी गुट एमकेओ को लिप्त बताया जो 17000 ईरानियों की हत्या कर चुका है। उन्होंने कहा कि जनता के हत्यारे एमकेओ ने, उपद्रव फैलाने वाले तत्वों का समर्थन किया।
तेहरान के जुमे के इमाम ने कहा कि महान ईरानी राष्ट्र ने हालिया दिनों में क्रान्ति के दुश्मनों की साज़िश को नाकाम होते हुए देखा। उन्होंने कहा कि ईरान सरकार को चाहिए कि अपने वादे पर अमल करे और क़ीमत को बढ़ने न दे।
पिछले कुछ दिनों के दौरान ईरानी जनता ने विभिन्न शहरों में रैलियां निकाल कर उपद्रवियों की विध्वसंक गतिविधियों की निंदा की। (MAQ/N)